1950 Mar 1
दबाने का अभियान
Chinaप्रतिक्रांतिकारियों को दबाने का अभियान चीनी नागरिक युद्ध में सीसीपी की जीत के बाद, 1950 के दशक की शुरुआत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) द्वारा शुरू किया गया एक राजनीतिक दमन अभियान था।अभियान का प्राथमिक लक्ष्य ऐसे व्यक्ति और समूह थे जिन्हें प्रतिक्रांतिकारी या सीसीपी का "वर्ग शत्रु" माना जाता था, जिनमें जमींदार, धनी किसान और पूर्व राष्ट्रवादी सरकारी अधिकारी शामिल थे।अभियान के दौरान, सैकड़ों हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया, यातना दी गई और मार डाला गया, और कई लोगों को श्रम शिविरों में भेज दिया गया या चीन के दूरदराज के इलाकों में निर्वासित कर दिया गया।इस अभियान की विशेषता व्यापक सार्वजनिक अपमान भी था, जैसे कथित प्रतिक्रांतिकारियों को उनके कथित अपराधों का विवरण देने वाली तख्तियों के साथ सड़कों पर घुमाना।प्रतिक्रांतिकारियों को दबाने का अभियान सीसीपी द्वारा सत्ता को मजबूत करने और उसके शासन के लिए कथित खतरों को खत्म करने के एक बड़े प्रयास का हिस्सा था।यह अभियान भूमि और धन को धनी वर्ग से गरीबों और श्रमिक वर्ग में पुनर्वितरित करने की इच्छा से भी प्रेरित था।अभियान आधिकारिक तौर पर 1953 में समाप्त हो गया, लेकिन बाद के वर्षों में भी इसी तरह का दमन और उत्पीड़न जारी रहा।इस अभियान का चीनी समाज और संस्कृति पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा, क्योंकि इससे व्यापक भय और अविश्वास पैदा हुआ और राजनीतिक दमन और सेंसरशिप की संस्कृति में योगदान हुआ जो आज भी जारी है।ऐसा अनुमान है कि अभियान में मरने वालों की संख्या कई लाख से लेकर दस लाख से अधिक तक है।
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आखरी अपडेटSun Jan 22 2023